1. पनीर की खोज: पनीर की खोज भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी, और इसे 6000 वर्ष पहले का माना जाता है। 2. पनीर का प्राचीन इतिहास: पनीर का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है। 3. विभिन्न रूप: पनीर को बनाने के विभिन्न तरीके हैं, जैसे छाछ, दूध, या अम्चूर के साथ। 4. प्रोटीन स्रोत: पनीर का सेवन अच्छे प्रोटीन स्रोत के रूप में जाना जाता है।
1. पौष्टिक गुण: पनीर में कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन D होते हैं, जो हड्डियों के लिए लाभकारी होते हैं। 2. वेज और नॉन-वेज स्वाद: पनीर की सब्जी में वेज और नॉन-वेज वेरिएशन दोनों मिलते हैं। 3. राजस्थानी रसोई: राजस्थानी पनीर की सब्जी में मसालेदार और खट्टी रसोई का मिलन होता है।
1. पश्चिमी रसोई: पश्चिमी पनीर की सब्जी में क्रीमी और मिठाई रसोई के प्रभाव होते हैं। 2. सर्दी का मजा: सर्दियों में, गरम पनीर की सब्जी खासा मजेदार होती है। 3. खास अंगूरी पनीर: अंगूरी पनीर नामक विशेष डिश की सब्जी को बनाने के लिए दालचीनी और इलायची का उपयोग किया जाता है।
1. पनीर की भरवां सब्जी: पनीर को भरकर बनाई जाने वाली सब्जी भी खास होती है। 2. मुगलई पनीर: मुगलई पनीर में मसालेदार तथा गाढ़ा ग्रेवी होती है। 3. कढ़ाही पनीर: कढ़ाही में पकाया गया पनीर भी अलग और स्वादिष्ट होता है।